शाहीन बाग इलाके में नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) के विरोध में चल रहे प्रदर्शन के बीच हिंदू सेना की ओर से रविवार को प्रस्तावित प्रदर्शन रद्द कर दिया गया। इसके बावजूद पुलिस ने एहतियात के तौर पर वहां न केवल सुरक्षा के पुख्ता बंदोबस्त किए, बल्कि पूरे उत्तर-पूर्वी जिले में धारा 144 लगा दी।
पुलिस को आशंका थी कि भीड़ जुटने से हालात बिगड़ सकते हैं। इसे देखते हुए स्थानीय पुलिस के अलावा अर्द्धसैनिक बलों के जवानों को तैनात कर दिया गया। दक्षिणी रेंज के संयुक्त पुलिस आयुक्त देवेश श्रीवास्तव और दक्षिण-पूर्वी जिले के डीसीपी आरपी मीणा भी हालत पर नजर बनाए रखने के लिए मौजूद रहे।
संयुक्त पुलिस आयुक्त देवेश श्रीवास्तव ने बताया कि हिंदू सेना ने शाहीन बाग में सड़क खाली कराने को लेकर प्रदर्शन का आह्वान किया था। हिंदू सेना के विष्णु गुप्ता ने ट्वीट किया था, कि पुलिस शाहीनबाग में नागरिकता कानून विरोधी प्रदर्शनकारियों को हटाने में विफल रही है।
ऐसे में सुबह दस बजे एकजुट हो कर बंद की गई सड़क को खोलेंगे। यह जानकारी मिलने पर डीसीपी आरपी मीणा ने हिंदू सेना के पदाधिकारियों के साथ मीटिंग की और उन्हें समझाया। बदरपुर विधानसभा क्षेत्र से भाजपा विधायक रामवीर सिंह बिधुड़ी को भी वार्ता में शामिल किया गया। इन सबके समझाने पर लोग प्रदर्शन से पीछे हट गए।
डीसीपी मीणा ने बताया हिंदू सेना द्वारा प्रदर्शन को वापस लेने के बाद भी सुरक्षा के मद्देनजर पूरी सावधानी बरती गई। महिला पुलिस कर्मियों की दो टुकड़ियों सहित 12 टुकड़ियों को यहां तैनात किया गया है। इसके अलावा स्थानीय और रिजर्व पुलिस बल को भी लगाया है। गौरतलब है कि शाहीनबाग इलाके में सरिता विहार से नोएडा की ओर आने जाने वाली सड़क 15 दिसम्बर से पूरी तरह से बंद है।
पुलिस को आशंका थी कि भीड़ जुटने से हालात बिगड़ सकते हैं। इसे देखते हुए स्थानीय पुलिस के अलावा अर्द्धसैनिक बलों के जवानों को तैनात कर दिया गया। दक्षिणी रेंज के संयुक्त पुलिस आयुक्त देवेश श्रीवास्तव और दक्षिण-पूर्वी जिले के डीसीपी आरपी मीणा भी हालत पर नजर बनाए रखने के लिए मौजूद रहे।
संयुक्त पुलिस आयुक्त देवेश श्रीवास्तव ने बताया कि हिंदू सेना ने शाहीन बाग में सड़क खाली कराने को लेकर प्रदर्शन का आह्वान किया था। हिंदू सेना के विष्णु गुप्ता ने ट्वीट किया था, कि पुलिस शाहीनबाग में नागरिकता कानून विरोधी प्रदर्शनकारियों को हटाने में विफल रही है।
ऐसे में सुबह दस बजे एकजुट हो कर बंद की गई सड़क को खोलेंगे। यह जानकारी मिलने पर डीसीपी आरपी मीणा ने हिंदू सेना के पदाधिकारियों के साथ मीटिंग की और उन्हें समझाया। बदरपुर विधानसभा क्षेत्र से भाजपा विधायक रामवीर सिंह बिधुड़ी को भी वार्ता में शामिल किया गया। इन सबके समझाने पर लोग प्रदर्शन से पीछे हट गए।
डीसीपी मीणा ने बताया हिंदू सेना द्वारा प्रदर्शन को वापस लेने के बाद भी सुरक्षा के मद्देनजर पूरी सावधानी बरती गई। महिला पुलिस कर्मियों की दो टुकड़ियों सहित 12 टुकड़ियों को यहां तैनात किया गया है। इसके अलावा स्थानीय और रिजर्व पुलिस बल को भी लगाया है। गौरतलब है कि शाहीनबाग इलाके में सरिता विहार से नोएडा की ओर आने जाने वाली सड़क 15 दिसम्बर से पूरी तरह से बंद है।
दिनभर आशंकित रहे प्रदर्शनकारी
भारी संख्या में पुलिस बल की तैनाती देखकर शाहीन बाग के प्रदर्शनकारी चौकन्ना हो गए। रविवार को यहां बाकी दिनों की अपेक्षा ज्यादा भीड़ दिखी। महिलाओं की अपेक्षा पुरुषों की तादाद कई गुना थी। लोगों को पूरा दिन इस बात की फिक्र रही, कि कहीं पुलिस उनके खिलाफ कार्रवाई न कर दे। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार शुक्रवार से दिल्ली पुलिस शाहीन बाग के ऊपर ड्रोन से निगरानी रखे हुए हैं।
पांच बेरीकेड से नागरिकों की सुरक्षा
शाहीन बाग और सरिता विहार के लोगों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए पुलिस ने 5 स्थानों पर बेरीकेड लगा रखी है। तीन शाहीन बाग की ओर और दो सरिता विहार की ओर लगाई गई हैं। रविवार को मीडिया के लोगों को भी सरिता विहार के पास लगी बेरीकेडिंग के पास ही रोक दिया गया। हालांकि इस बीच पुलिस की ओर से कई एंबुलेंसों को जाने की अनुमति दी गई।
सरिता विहार में रेहड़ी वालों नहीं जाने दिया गया
इलाके में हिंसा की आशंका जताते हुए पुलिस ने सरिता विहार में सब्जी, फलों और नारियल पानी बेचने वाले रेहड़ी दुकानदारों को नहीं जाने दिया गया। पुलिस नहीं चाहती थी कि खराब माहौल के बीच अल्पसंख्यक धर्म का दुकानदार बहुसंख्यक इलाके में जाए। हालांकि सब्जी बेचने वाले एक दुकानदार ने बताया कि सरिता विहार कॉलोनी के लोग काफी अच्छे हैं।
पांच बेरीकेड से नागरिकों की सुरक्षा
शाहीन बाग और सरिता विहार के लोगों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए पुलिस ने 5 स्थानों पर बेरीकेड लगा रखी है। तीन शाहीन बाग की ओर और दो सरिता विहार की ओर लगाई गई हैं। रविवार को मीडिया के लोगों को भी सरिता विहार के पास लगी बेरीकेडिंग के पास ही रोक दिया गया। हालांकि इस बीच पुलिस की ओर से कई एंबुलेंसों को जाने की अनुमति दी गई।
सरिता विहार में रेहड़ी वालों नहीं जाने दिया गया
इलाके में हिंसा की आशंका जताते हुए पुलिस ने सरिता विहार में सब्जी, फलों और नारियल पानी बेचने वाले रेहड़ी दुकानदारों को नहीं जाने दिया गया। पुलिस नहीं चाहती थी कि खराब माहौल के बीच अल्पसंख्यक धर्म का दुकानदार बहुसंख्यक इलाके में जाए। हालांकि सब्जी बेचने वाले एक दुकानदार ने बताया कि सरिता विहार कॉलोनी के लोग काफी अच्छे हैं।