रुड़की के 60 वर्षीय ‘युवा’ तैराक डॉ. आदेश कुमार शर्मा ने जोखिम उठाते हुए न्यूजीलैंड में समंदर की लहरों से लोहा लिया। ज्वार-भाटा के बीच 2400 मीटर तैराकी की, जिसके लिए उन्हें विशेष खिलाड़ी के सम्मान से भी नवाजा गया।
डॉ. आदेश शर्मा ने न्यूजीलैंड के ऑकलैंड में आयोजित हुई तैराकी प्रतियोगिता में हिस्सा लिया था। प्रतियोगिता बीती 23 फरवरी को शाम साढ़े सात बजे शुरू हुई। रात आठ बजकर 22 मिनट पर समुद्र में ज्वार भाटा का समय निर्धारित था।
डॉ. आदेश शर्मा ने न्यूजीलैंड के ऑकलैंड में आयोजित हुई तैराकी प्रतियोगिता में हिस्सा लिया था। प्रतियोगिता बीती 23 फरवरी को शाम साढ़े सात बजे शुरू हुई। रात आठ बजकर 22 मिनट पर समुद्र में ज्वार भाटा का समय निर्धारित था।
प्रतियोगिता में विशेष खिलाड़ी का सम्मान मिला
बकौल डॉ. शर्मा प्रतियोगिता में शिरकत करने के लिए वह लोहे की तार-बाड़ के नीचे से होकर गुजरे, जिसमें वे चोटिल भी हुए। तुरंत उपचार लेने के बाद उन्होंने तैराकी शुरू की। डॉ. शर्मा के मुताबिक उनके हाथ से खून निकलता देख साथ में चल रही बोट में बैठे आयोजकों ने उन्हें बोट पर चढ़ा लिया।
लेकिन वह तैराकी पूरा करना चाहते थे, इसलिए फिर से लहरों में छलांग लगा दी। उन्हें प्रतियोगिता में विशेष खिलाड़ी का सम्मान प्रदान किया गया। यह प्रतियोगिता फील्ड बीच (हार्बर फुट) से आरंभ होकर चेल्सिया शुगर फैक्ट्री तक आयोजित की गई थी।
लेकिन वह तैराकी पूरा करना चाहते थे, इसलिए फिर से लहरों में छलांग लगा दी। उन्हें प्रतियोगिता में विशेष खिलाड़ी का सम्मान प्रदान किया गया। यह प्रतियोगिता फील्ड बीच (हार्बर फुट) से आरंभ होकर चेल्सिया शुगर फैक्ट्री तक आयोजित की गई थी।