दिल्ली पुलिस के हेड कांस्टेबल रतन लाल की मौत के बाद उनके परिजन और ग्रामीणों ने उन्हें शहीद का दर्जा देने की मांग को लेकर प्रदर्शन शुरू कर दिया है। रतन लाल राजस्थान के सीकर जिले के सदीनसर गांव के रहने वाले थे। बुधवार को सदीनसर में उनके परिजनों ने ग्रामीणों के साथ मिलकर धरना-प्रदर्शन शुरू कर दिया है।
गौरतलब है कि नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) को लेकर दिल्ली के कई इलाकों में चल रहे विरोध-प्रदर्शन के बीच सोमवार को गोकुलपुरी इलाके में हुई हिंसा में रतन लाल की मौत हो गई थी। उनके परिवार में पत्नी व तीन बच्चे हैं। शव का अंतिम संस्कार उनके गांव में ही किया जाएगा।
अमित शाह ने पत्र लिखकर जताई संवेदना
केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने शहीद हेड कॉन्स्टेबल रतन लाल की पत्नी को पत्र लिखकर संवेदना जताई है। शाह ने लिखा पूरे देश दुख की इस घड़ी में बहादुर पुलिसकर्मी के परिवार के साथ खड़ा है।
शाह ने रतन लाल की पत्नी पूनम देवी को लिखे पत्र में कहा, आपके बहादुर पति निष्ठावान पुलिसकर्मी थे, जिन्होंने कड़ी चुनौतियों का सामना किया। एक सच्चे सैनिक की तरह उन्होंने देश के लिए सर्वोच्च बलिदान दिया। मैं प्रार्थना करता हूं कि ईश्वर आपको इस दुख को सहने की शक्ति दे। पूरा देश आपके साथ है।
शाह ने रतन लाल की पत्नी पूनम देवी को लिखे पत्र में कहा, आपके बहादुर पति निष्ठावान पुलिसकर्मी थे, जिन्होंने कड़ी चुनौतियों का सामना किया। एक सच्चे सैनिक की तरह उन्होंने देश के लिए सर्वोच्च बलिदान दिया। मैं प्रार्थना करता हूं कि ईश्वर आपको इस दुख को सहने की शक्ति दे। पूरा देश आपके साथ है।
रतनलाल की अंतिम यात्रा में हर आंख दिखी नम
इससे पहले जांबाज हेड कांस्टेबल रतन लाल की अंतिम यात्रा मंगलवार को उनके बुराड़ी स्थित घर से निकली। सपूत को अंतिम विदाई देने के लिए बड़ी तादाद में लोग पहुंचे। इस दौरान हर किसी की आंख नम दिखी। यात्रा में सड़क के दोनों ओर मौजूद भीड़ ने ‘दिल्ली जिंदाबाद’ के नारे लगाए। गृह राज्यमंत्री ने भी घर पहुंचकर उनके अंतिम दर्शन किए। सहकर्मी को विदा देने के लिए दिल्ली पुलिस के बड़े अधिकारी भी पहुंचे।
उत्तर-पूर्वी दिल्ली के चांद बाग़, भजनपुरा, बृजपुरी, गोकुलपुरी और जाफराबाद में हुई हिंसा में हेड कांस्टेबल रतन लाल घायल हो गए थे। उनकी अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो गई थी। हेड कांस्टेबल रतन लाल के परिजनों ने बताया कि बीते शनिवार को ही उन्होंने शादी की 16वीं वर्षगांठ मनाई थी। रतन लाल के भाई दिलीप सराय रोहिल्ला के पास रहते हैं। उन्होंने बताया कि रतन के ऊपर ही पूरे घर की जिम्मेदारी थी। अंतिम यात्रा में मौजूद स्थानीय लोगों ने उनके परिवार को आर्थिक मदद की पेशकश भी की है।
उत्तर-पूर्वी दिल्ली के चांद बाग़, भजनपुरा, बृजपुरी, गोकुलपुरी और जाफराबाद में हुई हिंसा में हेड कांस्टेबल रतन लाल घायल हो गए थे। उनकी अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो गई थी। हेड कांस्टेबल रतन लाल के परिजनों ने बताया कि बीते शनिवार को ही उन्होंने शादी की 16वीं वर्षगांठ मनाई थी। रतन लाल के भाई दिलीप सराय रोहिल्ला के पास रहते हैं। उन्होंने बताया कि रतन के ऊपर ही पूरे घर की जिम्मेदारी थी। अंतिम यात्रा में मौजूद स्थानीय लोगों ने उनके परिवार को आर्थिक मदद की पेशकश भी की है।
इंडिया गेट पर मोमबत्ती जलाकर दी गई श्रद्धांजलि
इंडिया गेट पर मंगलवार रात 100 से ज्यादा लोगों ने मोमबत्ती जलाकर दिल्ली हिंसा में शहीद हुए हवलदार रतनलाल को श्रद्धांजलि दी। मंगलवार रात करीब आठ बजे लोग इंडिया गेट पहुंचे। ये लोग मोमबत्ती जलाकर इंडिया गेट लॉन में बैठ गए।
उपराज्यपाल, पुलिस आयुक्त ने दी रतनलाल को श्रद्धांजलि
मंगलवार को उपराज्यपाल अनिल बैजल, गृह राज्यमंत्री नित्यानंद राय, पुलिस आयुक्त व अन्य अधिकारियों ने रतन लाल को श्रद्धांजलि अर्पित की। रतनलाल को न्यू पुलिस लाइन स्थित शहीद स्मारक स्थल पर श्रद्धांजलि अर्पित की गई। इस मौके पर पुलिस आयुक्त अमूल्य पटनायक ने कहा कि रतनलाल का असमय जाना दिल्ली पुलिस व देश के लिए अपूर्णनीय क्षति है। संकट की इस घड़ी में उसके परिजनों के साथ हम सब खड़े हैं।