मध्यप्रदेश के ग्वालियर में एक हैरतअंगेज नजारा सामने आया। अब तक आपने किसी अधिकारी द्वारा मंत्री के पैर छूने, मंत्री को जूता पहनाने जैसी कई खबरें पढ़ीं होंगी, लेकिन ग्वालियर में ठीक इसके उलट एक मंत्री द्वारा अधिकारी का पैर छूने का मामला सामने आया है।
ग्वालियर में शुक्रवार को बाल भवन में ग्वालियर विधानसभा क्षेत्र के सभी अधिकारियों की बैठक में के दौरान एक अधिकारी की बहानेबाजी से परेशान होकर मंत्री प्रघुम्न सिंह तोमर ने बैठक में नगर निगम के एक सब इंजीनियर शिशिर श्रीवास्तव के पैर छू लिए। अधिकारियों की लापरवाही और मनमानी से मंत्री असहाय महसूस कर रहे हैं। एफआइआर, निलंबित करने या तबादले की चेतावनी का भी अधिकारियों पर कोई असर नहीं हो रहा है।
दरअसल, मंत्री ने पूछा था कि मेरे चुनाव क्षेत्र में बदनापुरा की सीवर लाइन का भूमिपूजन मैंने जून 2019 में किया था ताे अभी तक उसका काम क्याें शुरू नहीं किया गया। इसके जवाब में शिशिर श्रीवास्तव ने कहा कि लेवलिंग काे लेकर दिक्कत है इसलिए सर्वे के बाद ही इसका काम शुरू हाे सकेगा।
इसके बाद उन्होंने पूछा कि स्वर्ण रेखा नदी में छह माह से सीवर बह रहा है। पिछले माह सात साल के बच्चे की इसमें डूबने से मौत हो गई, इसके बावजूद सीवर का बहना बंद नहीं हुआ। इस पर शिशिर ने जवाब दिया कि हर दिन 40-50 श्रमिक सीवर लाइन की सफाई कर रहे हैं। यह सुनते ही मंत्री ने कहा कि अभी सभी श्रमिकों को बुलाओ। यह सुन निगमायुक्त संदीप माकिन, शिशिर व विधानसभा के सीवर सेल प्रभारी आरके शुक्ला एक-दूसरे को देखने लगे। अचानक मंत्री कुर्सी से उठे और शिशिर के पैर छू लिए और कहा कि आप जैसे लोगों के कारण ही हम लोग चुनाव हारते हैं।
अफसरों की कार्यपद्धति से नाराज मंत्री तोमर ने बैठक के दौरान अधिकारियों को स्वर्ण रेखा की सफाई के लिए चार मार्च तक का अल्टीमेटम दिया। उन्होंने कहा कि यदि चार मार्च तक आपने सफाई नहीं की तो पांच मार्च को वे खुद स्वर्ण रेखा में उतरेंगे और सफाई अभियान शुरू करेंगे, लेकिन काम में ढिलाई बरतने वालों को बख्शा नहीं जाएगा।