दिल्ली सरकार हिंसा पीड़ितों की शनिवार से आर्थिक मदद करने जा रही है। हिंसा में अपना घर व दुकान गवां चुके लोगों को सरकार तत्काल प्रभाव से 25-25 हजार रुपये नकद में आर्थिक मदद देगी। इसके लिए हिंसाग्रस्त इलाकों में पीड़ितों को फॉर्म बांटने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है।
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली सचिवालय में मीडिया को बताया कि हिंसाग्रस्त क्षेत्रों में जिंदगी पटरी पर लौट रही है। शुक्रवार से खाने व दूध की बिक्री का काम शुरू हो गया है। पीड़ितों के लिए 9 रैन बसेरे बनाए गए हैं। वहीं, सामुदायिक भवनों में भी लोगों के लिए इंतजाम किया गया है।
अरविंद केजरीवाल ने बताया कि कई पीड़ितों के पास कुछ भी नहीं बचा है।
सरकार ने उनको मदद देने का फैसला किया है। जिनका घर-दुकान जल गए हैं, उनको उत्तर-पूर्वी दिल्ली के डीएम ऑफिस में शनिवार से 25-25 हजार रुपये नकद दिए जाएंगे। मुआवजे का फॉर्म 18 एसडीएम दफ्तरों में मिल रहा है। इसमें पीड़ित को अपने बारे में प्राथमिक जानकारी देनी होगी। इसकी जांच के बाद शनिवार से पैसा मिलने लगेगा। बाकी राशि सत्यापन के बाद तीन-चार दिन में दे दी जाएगी।
उधर, उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने बताया कि मुआवजे का फॉर्म पीड़ित खुद जमा कर सकता है या किसी स्वयंसेवी संस्था की मदद ली जा सकती है। शनिवार से दिल्ली सरकार का एप भी काम करने लगेगा।
गंभीर घायलों का निजी अस्पतालों में इलाज
अरविंद केजरीवाल ने बताया कि सरकारी अस्पतालों में बड़ी संख्या में घायल भर्ती हैं। शिकायतें मिल रही हैं कि कई लोगों को उचित इलाज नहीं मिल पा रहा है। ऐसे में सरकार ने फैसला लिया है कि गंभीर रूप से घायल पीड़ितों का निजी अस्पतालों में इलाज करवाया जाएगा।