छत्तीसगढ़ के विभिन्न स्थानों में आयकर विभाग के छापे के बाद पुलिस ने कथित रूप से उनके वाहनों को जब्त कर लिया था। पुलिस का कहना है कि यातायात नियमों को तोड़ने के कारण वाहनों के खिलाफ कार्रवाई की गई है।
आयकर विभाग के अधिकारियों ने यह पुष्टि नहीं की है कि जब्त वाहनों को उन्होंने अपने लिए मंगवाया था। लेकिन वाहनों के संचालकों का दावा है कि उनके वाहनों को आयकर विभाग ने मंगवाया था और रात में ही उन्हें पुलिस द्वारा जब्त कर लिया गया।
वहीं, इस मसले पर छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि हमारे पास बहुमत है, इसलिए हमारे सरकार को गिराने का प्रयास किया गया है। यह कार्रवाई बुरी नीयत से की गई है। उन्होंने कहा कि हमने कभी आयकर विभाग के छापे बंद नहीं किए क्योंकि पहले पूर्व सूचना थी लेकिन अब कोई जानकारी नहीं है। यह राजनीतिक बदला है।
रायपुर जिले के वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों ने बताया कि एक मार्च को राष्ट्रपति के छत्तीसगढ़ प्रवास को देखते हुए रायपुर में सुरक्षा व्यवस्था को चाक चौबंद रखने के लिए जगह जगह संदिग्ध वाहनों की जांच की जा रही है।
इसी उद्देश्य से गुरूवार रात में संदिग्ध वाहनों की चेकिंग की जा रही थी। रात्रि दो बजे 19 निजी संदिग्ध गाड़ियां राज टॉकीज के पास 'नो पार्किंग' जोन में खड़ी थी। पूछताछ करने पर वाहन चालकों द्वारा कोई सकारात्मक जवाब नहीं दिया गया जिसके कारण वाहनों को पुलिस लाइन में लाया गया और नियमानुसार मोटरयान अधिनियम के तहत करवाई की गई है तथा वाहनों को छोड़ दिया गया है।
अधिकारियों ने बताया कि कोई भी शासकीय जांच एजेंसी ने इस संबंध में हमसे संपर्क नहीं किया है और ना ही सूचना दी है कि ये उनकी गाड़ियां है। रायपुर में राष्ट्रपति के प्रवास को देखते हुए वाहनों की चेकिंग लगातार जारी है।
इधर निजी ट्रेवल्स के संचालक का कहना है कि वह आयकर विभाग के लिए वाहनों को लेकर राज टाकिज के करीब पहुंचे थे लेकिन रात में ही पुलिस ने उनके वाहनों को जब्त कर लिया।