दिल्ली से सटे बहादुरगढ़ में बॉयलर फटने से पांच फैक्ट्रियां ढह गईं। धमाका इतना जोरदार था कि लोगों में हड़कंप मच गया। दूर-दूर तक इसकी आवाज सुनाई दी। वहीं लोगों में चीख पुकार भी मच गई। घटनास्थल पर राहत एवं बचाव कार्य जारी है। घटना की गंभीरता देखते हुए एनडीआरएफ की 40 सदस्यीय टीम गाजियाबाद से बुलाई गई है।
इस हादसे में प्राथमिक तौर पर तीन लोगों की मौत की खबर आ रही है। वहीं कई लोग घायल हैं। कई फैक्ट्रियों से अभी भी लोगों के दबे होने की आवाजें आ रही हैं। हालांकि घटनास्थल पर एनडीआरएफ की टीम भी पहुंच गई है और राहत एवं बचाव कार्य जारी है।
दरअसल, बहादुरगढ़ की एक जूता फैक्टरी का बॉयलर तेज धमाके के साथ फट गया। इसके जद में आने से चार और फैक्ट्रियों की इमारत ढह गई। हादसे में करीब 15 लोग घायल बताए जा रहे हैं। एक महिला को निकाल लिया गया है। फायर बिग्रेड की गाड़ियां मौके पर मौजूद हैं। घायलों को अस्पताल पहुंचाया जा रहा है।
घायलों में फायरकर्मी भी शामिल हैं। सूत्रों के मुताबिक, दिल्ली फायर बिग्रेड से भी मदद मांगी गई, लेकिन उन्होंने पेमेंट पहले करने का हवाला देते हुए मदद करने से इनकार कर दिया। जिस फैक्ट्री में हादसा हुआ है वह तीन मंजिला थी। घटना के वक्त वहां पर बड़ी संख्या में मजदूर मौजूद थे।
इस हादसे में प्राथमिक तौर पर तीन लोगों की मौत की खबर आ रही है। वहीं कई लोग घायल हैं। कई फैक्ट्रियों से अभी भी लोगों के दबे होने की आवाजें आ रही हैं। हालांकि घटनास्थल पर एनडीआरएफ की टीम भी पहुंच गई है और राहत एवं बचाव कार्य जारी है।
दरअसल, बहादुरगढ़ की एक जूता फैक्टरी का बॉयलर तेज धमाके के साथ फट गया। इसके जद में आने से चार और फैक्ट्रियों की इमारत ढह गई। हादसे में करीब 15 लोग घायल बताए जा रहे हैं। एक महिला को निकाल लिया गया है। फायर बिग्रेड की गाड़ियां मौके पर मौजूद हैं। घायलों को अस्पताल पहुंचाया जा रहा है।
घायलों में फायरकर्मी भी शामिल हैं। सूत्रों के मुताबिक, दिल्ली फायर बिग्रेड से भी मदद मांगी गई, लेकिन उन्होंने पेमेंट पहले करने का हवाला देते हुए मदद करने से इनकार कर दिया। जिस फैक्ट्री में हादसा हुआ है वह तीन मंजिला थी। घटना के वक्त वहां पर बड़ी संख्या में मजदूर मौजूद थे।
घायलों को अस्पताल ले जाते हुए लोग।
500 मीटर तक दिखा धमाके का असर
धमाका इतनी तेज था कि 500-700 मीटर के दायरे में फैक्ट्री के शीशे भी टूट गए है कई बिल्डिंग में दरारें भी आ गईं। बताया जा रहा कि उस समय मेट्रो निकल रही थी उसके भी शीशे टूटे हैं। अभी मौके पर डीएसपी अजायब सिंह, एसडीएम तरूण पावरियां मौजूद हैं। डीसी भी घटनास्थल पहुंच रहे हैं। साल 2007 में 1815 नंबर फैक्ट्री में हुआ था हादसा, उस समय भी कई लोग मरे थे।
धमाका इतनी तेज था कि 500-700 मीटर के दायरे में फैक्ट्री के शीशे भी टूट गए है कई बिल्डिंग में दरारें भी आ गईं। बताया जा रहा कि उस समय मेट्रो निकल रही थी उसके भी शीशे टूटे हैं। अभी मौके पर डीएसपी अजायब सिंह, एसडीएम तरूण पावरियां मौजूद हैं। डीसी भी घटनास्थल पहुंच रहे हैं। साल 2007 में 1815 नंबर फैक्ट्री में हुआ था हादसा, उस समय भी कई लोग मरे थे।
घायलों के नाम
- कांता देवी पत्नी नरेश 35 साल।
- उषा पत्नी अनिल 30 साल।
- विवेक पुत्र अमित तीन साल।
- नीलेश पुत्र अमित 9 साल।
- बिमला पत्नी बीरबल 70 साल।
- पूनम पत्नी सोनवीर 20 साल।
- अभिषेक पुत्र अमित।
- अंकित पुत्र नरेश 10 साल।
- कुलदीप पुत्र नरेश 8 साल।
- सविता पत्नी ओमबीर।
- पुष्पा पत्नी ब्रिजेश 31 साल।
- सरोज 18 साल।
- शांति 40 साल।
- मनोरमा।
- रिंकी पत्नी संजय।