बगलामुखी मंदिर ट्रस्ट ने कब्जाई वन विभाग की जमीन - DIGITAL MIRROR

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बगलामुखी मंदिर ट्रस्ट ने कब्जाई वन विभाग की जमीन


 

दिसंबर और जनवरी माह में दो वक्त की रोजी रोटी कमाने वाले 45 खोखाधारकों पर कड़ी कार्रवाई करने वाले वन विभाग की 6222 स्क्वेयर मीटर भूमि पर बेधड़क होकर बगलामुखी मंदिर ट्रस्ट ने कब्जा कर रखा है। इसका खुलासा अमर उजाला की पड़ताल में हुआ है। हैरत इस बात की है कि मंदिर ट्रस्ट की ओर से द येलो होटल यानी सराय का 38 स्क्वेयर मीटर हिस्सा वन विभाग की जमीन पर अवैध कब्जे के तौर पर कई वर्ष पूर्व बना है।
 

हालांकि, द येलो होटल का वन भूमि पर अवैध कब्जे का मामला कोर्ट में भी चल रहा है। मंदिर के मुख्य गेट के अंदर पुरानी पार्किंग भी वन विभाग की जमीन पर बनी है। पुरानी पार्किंग में बाहरी राज्यों की गाड़ियों से ट्रस्ट कई वर्षों तक पार्किंग फीस वसूलता रहा। नई पार्किंग बनने के बाद अब जाकर 20 दिन पहले पुरानी पार्किंग को बंद किया गया है।

सवाल यह उठ रहा है कि वन विभाग की भूमि पर अवैध कब्जा करके लाखों रुपये कमाने वाले मंदिर ट्रस्ट पर वन विभाग आखिर क्या कार्रवाई करेगा। उधर, बगालमुखी मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष महंत रजत गिर ने बताया कि द येलो होटल की जमीन का मामला कोर्ट में चल रहा है। पुरानी पार्किंग बंद कर दी है। इसमें बाहरी श्रद्धालुओं से ही पार्किंग शुल्क लिया जाता था ताकि, मंदिर में विकास कार्य हो सकें।


कार्रवाई के बजाय मंदिर में ईको पार्क बनाने में जुटा वन विभाग



कई वर्षों से 6222 स्क्वेयर मीटर वन भूमि पर अवैध कब्जा करने वाले मंदिर ट्रस्ट पर कार्रवाई करने के बजाय महकमा उल्टा मंदिर को अपने पैसे से संवारने के लिए जुट गया है। मंदिर के बाहर 45 खोखे हटाने के बाद वन विभाग अब मंदिर ट्रस्ट की ओर से कब्जाई 6222 स्क्वेयर मीटर भूमि पर ईको पार्क बनाएगा।

इसके लिए वन विभाग देहरा ने प्रस्ताव बनाकर सरकार को शिमला भेज दिया है। प्रस्ताव को स्वीकृति मिलते ही ईको पार्क का काम शुरू हो जाएगा। पर्यटन विभाग के 3.3 करोड़ रुपये के खुफिया प्रस्ताव के बाद अब वन महकमा भी मंदिर को चमकाने के लिए सरकारी पैसा खर्चने में जुट गया है। 

श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए बनाएंगे ईको पार्क: डीएफओ
डीएफओ देहरा आरके डोगरा ने माना कि बगलामुखी मंदिर ट्रस्ट वन विभाग की 6222 स्क्वेयर मीटर भूमि प्रयोग कर रहा है। 6222 में से 38 स्क्वेयर मीटर वन भूमि पर द येलो होटल बना है। इसका मामला कोर्ट में चल रहा है।

मंदिर गेट के अंदर पुरानी पार्किंग भी वन भूमि पर बनी थी। 6222 स्क्वेयर मीटर वन भूमि के कुछ हिस्से को मंदिर ट्रस्ट की ओर से श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए पक्का किया गया है। अब वन विभाग 6222 स्क्वेयर मीटर वन भूमि पर ईको पार्क बनाएगा ताकि, श्रद्धालुओं और लोगों को सुविधा मिल सके।



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