नागरिकता कानून और राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर के खिलाफ अलीगढ़ में लगातार चल रहे प्रदर्शन के कारण अब भी माहौल तनावपूर्ण बना हुआ है। सोमवार सुबह से ही इलाके में बाजारें बंद हैं, लेकिन पूरे शहर में दहशत के हालात हैं। अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के पास पुरानी चुंगी में बड़ी संख्या में लोग सांकेतिक विरोध कर रहे हैं।
वहीं शाहजमाल इलाके में महिलाओं का विरोध प्रदर्शन जारी है। रविवार को पुरानी चुंगी में करीब एक हजार और जमालपुर में डेढ़ हजार प्रदर्शनकारी धरना दे रहे थे, जिन्हें देर रात करीब तीन बजे पुलिस ने बल प्रयोग कर हटाया। इसके बाद अबतक पुलिस और प्रदर्शकारियों की ओर से 5-5 मुकदमे दर्ज कराए जा चुके हैं।
सोमवार को दिल्ली में पथराव की खबर के बाद से ही अलीगढ़ के प्रदर्शनकारियों में आक्रोश भड़का हुआ है। दोपहर तीन बजे के करीब जाफराबाद और मौजपुर में पथराव की सूचना सोशल मीडिया पर वायरल हुई। इस पर स्थानीय लोगों को गुस्सा और बढ़ गया।
अलीगढ़ के ऊपरकोट, बाबरी मंडी, शाहजमाल और चरखवालान में सीएए के खिलाफ प्रदर्शन हिंसक हो गया। लोगों ने पुलिस पर पथराव, फायरिंग और आगजनी की। वहीं, ऊपरकोट कोतवाली इंस्पेक्टर की कार पर पथराव कर दिया, जिसमें वह बाल बाल बच गए। इसके बाद पुलिस ने लाठीचार्ज किया और आंसू गैस के गोले छोड़े।
इस बीच, एक प्रदर्शनकारी को गोली लग गई, जिसे जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। घायल की पहचान हार्डवेयर कारोबारी तारिक के रूप में हुई है। वहीं, सोशल मीडिया पर अफवाह रोकने के लिए 24 घंटे के लिए इंटरनेट को बंद कर दिया गया है।